SEBA Class 7 Hindi Question Answer In Bodo Chapter 9 सुमन एक उपवन के | मोनसे बिबार बागिसानिनो बिबार | Class 7 Hindi Question Answer in Bodo As Per New Syllabus to each Chapter is provided in the list of SCERT, NCERT, SEBA हार की जीत Class 7 Hindi Chapter 9 Question Answer/Class 7 Hindi पल्लव भाग 2 Chapter 9 Question Answer दिए गए हैं ताकि आप आसानी से विभिन्न अध्यायों के माध्यम से खोज कर सकें और जरूरतों का चयन कर सकें Notes of SEBA Class 7 Hindi Question Answer In Bodo Chapter 9 Question Answer. Class 7 Hindi Question Answer Chapter 9 in Bodo. SEBA Class 7 Hindi Question Answer In Bodo Medium Chapter 9 covers all the exercise questions in NCERT, SCERT.
Class 7 Hindi Chapter 9 सुमन एक उपवन के
SEBA Class 7 Hindi Notes Chapter 9 In Bodo सुमन एक उपवन के । मोनसे बिबार बागिसानिनो बिबार । Hindi Guide for Class 7th Chapter 9. Also Same NCERT Solutions for Class 7 Hindi इस पोस्ट में हम आपको ये समझा ने कि कोशिश की है की Class 7 Hindi पल्लव भाग 2 Question Answer Chapter 9 in Bodo. अगर आप एक सात्र या शिक्षाक हो बोडो मीडियम की, तो आपके लिए ये Notes for Class 7 Hindi In Bodo Medium बोहत लाभदायक हो सकता है। Ncert/Scert Hindi Class 7 Chapter 9 मे आप अपना ध्यान लगाके पढ़ कर इस SEBA Class 7 Hindi Question Answer In Bodo Chapter 9 में अछि Mark ला सकते हो अपनी आनेवाली परीक्षा में।
खोन्दो 9 सुमन एक उपवन के
फरा 9 मोनसे बिबार बागिसानिनो बिबार
अभ्यास माला (सोंथि बिदां)
1. संक्षेप में उत्तर दो: (सुंथाबै फिननाय हो:)
(क) कविता में ‘सुमन’ और ‘उपवन’ किन्हें कहा गया है? (खन्थाइयाव ‘सुमन’ आरो ‘उपवन’ सोरखौ बुंनाय जादों?)
उत्तर: कविजीने कविता में सुमन शब्द का अर्थ देसवासियों को और उपवन शब्द का अर्थ अपने देशको कहा गया है।
(ख) फूलों की कलियाँ किससे खिलती है? (बिबारफोरा बोरै थुफियो?)
उत्तर: फूलों की कलियाँ सूरज की किरणों से खिलती है।
(ग) भ्रमरों के गुंजन कैसे लगते है। (बम-बेरेमानि गुन-गुन सोदोबखौ बोरै मोनो?)
उत्तर: भ्रमरों के गुंजन मीठे लगते है।
(घ) कविके अनुसार हमारा माली कौन है? (खन्थाइगिरिनि मथै जोंनि बिबारबारि सामलायग्राया सोर?)
उत्तर: कविजी के अनुसार हमारा माली भगवान है।
(ङ) चाँदनी किसको नहलाती है? (अखाफोरा सोरखौ थुखैयो?)
उत्तर: चाँदनी हम सबको नहालाती है।
2. उत्तर लिखो: (फिननाय लिरः)
(क) कवि ने उपवन के फूलों को किन कारणों से समान कहा है? (खन्थाइगिरिया बिबार बागाननि बिबारफोरखौ मा जाहोननि थाखाय गासैबो समान होनना बुंदों?)
उत्तर: कविजीने उपवन के फूलों को इस कारणों से समान कहा है कि- उपवन में विभिन्न प्रकार के फूल है। वह विभिन्न होते हुए भी चरित्र या कर्म एक ही है- उपवन की शोभा बढ़नों। उपवन को एक फूल शोभा नहीं बढ़ाना सकती। सभी मिलकर ही शोभा बढ़ाते है। इसलिए कवि जी ने उपवन के फूलों को समान कहा है।
(ख) कई रंगों के फूल उपवन की शोभा बढ़ाते हैं। उसी प्रकार भिन्न जाति-उपजातियों के लोग देश की शोभा केसे बढ़ती है? (बायदि गांबनि बिबारफोरा बिबार बागाननि समायनाखौ बांहोयो। बेफोरबादिनो बायदि हारि-माहारिनि सुबुंफोरा हादरनि समायनाखौ बोरै बांहोयो?)
उत्तर: हमारे देश बहुत बिशाल है। एक आदमी हर काम नहीं कर सकता। किसान खेती करता है तो इंजनीयार कल-कब्जा तैयार करता है। डाक्टर बीमार ठीक करता है तो शिक्षक छात्रों को पढ़ाया करता है। बुनकर कपड़े बनना है तो वैज्ञानिक आस्किार करते है। इसी प्रकार हर लोगों ने विभिन्न कामों के द्वारा ही देश आगे बढ़ सकते है। इसलिए देश की शोभा बढ़ाने के लिए हर आदमी को सहयोग देना परम आवश्यक है! अतः हम सब मिलकर काम करने से ही देश को शोभा बढ़ेंगे।
(ग) प्रस्तुत कविता से हमें क्या सीख मिलती है? (खन्थाइनिफ्राय जों मा गियान मोनो?)
उत्तर: हमें सुमन एक उपवन के कविता से यही सीख मिलती है कि हम सब भाई-भाई जैसे मिलकर रहना चाहिए क्योंकि उपवन के फूल जिस तरह बिभिन्न रंगों से खिलकर उपवन के शोभा बढ़ाते है, ठीक उसी प्रकार हमें भी हिन्दु, मुसलीम एक साथ गले मिलाकर बतन को आगे बढ़ाने चाहिए। क्योंकि हमारे धरती सूरज, चाँद, वूयू धूप, पानी और मिट्टी एक ही है।
3. संसार एक उपवन है और हम उसके फूल है। इस संदर्भ में अपनी राय प्रस्तुत करो। (मुलुगआंव गंसे बिबारबारि आरो जों बेनि बिबार। वे बाथ्रायाव गावनि बिबुंथिखौ हो:)
उत्तर: संसार एक उपवन है और हम उसके फूल है। इस संदर्भ में अपनी राय यह है- कि जिस तरह उपवन में फूल खिलती है, उसी प्रकार संसार एक उपवन है और हमें संसार रुपी बाग में फूलों की तरह है। भिन्न-भिन्न रंगों को फूलों से उपवन की शोभा को बढ़ाती है और हमें भी संसार में निवास करके फूलों की तरह शोभा बढ़ाते है।
पाठ के आस-पास (फरानि आलोम लानानै सोंथि)
1. प्रस्तुत कविता “अनेकता में एकता” के भाव का चित्रण करती है। ऐसी ही भाववाली कोई अन्य कविता कक्षा में सुनाओ। (बेय खन्थाइयाव गोबांनि गेजेराव खौसेथि साननायनि सावगारि एरखांदों। बेफोरबादिनो एरखांनाय जायखि जाया गुबुन दोंसें खन्थाइखौ थाखोआव खोनासंहो।)
उत्तर:
हिन्द देश के निवासी,
सभी जन एक हैं।
रंग-रूप, वेश-भाषा
चाहे अनेक हैं॥
बेला, गुलाब, जूही,
चंपा, चामेली
प्यारे-प्यारे फूल गूंथे
माला में एक हैं।
कोयल की कूक न्यारी
पपीहें की टेर प्यारी,
गा रही तराना बुलबुल,
राग मगर एक है।।
गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र,
कृष्णा, कावेरी,
जाके मिल गई सागर में,
हुई सव एक हैं।
2. भारत विविध भाषाओं एवं संस्कृतियों वाला सुंदर देश है। इस कथन का आशय स्पष्ट करो। (भारत हादरा बायदि राव आरो हारिमुजों बुंफबनाय समायना हादर। बे बाथ्राखोन्दोनि ओंथिखौ फोरमाय।)
उत्तर: इस कथन का आशय यह है कि- प्राचीन युग से हमारा भारत भुमि में भिन्न-भिन्न जाति-उप जाति, भाषा-भाषी के लोग निवास कर रहे है। देश को सभी सम्प्रदायों के लोग आपस में रहकर हर कदम हर पल देश को रक्षा करते आये हैं।
हमारा देश एक संस्कृतिवान रुपों से भरपूर है। रामायण, महाभारत, पुराणों में भी संस्कृति का उल्लेख मिलते है। इन कारणों से देश को सुन्दर और मजबूत बनाते है।
3. चचो, समझो और रेखा खींचकर मिलाओ: (सान, बुजि आरो हांखो बोना गोरोब हो:)
मिट्टी | धूप |
सूर्य | झूला |
पवन | चाँदनी |
चाँद | जन्म |
गुंजन | शोभा |
उपवन | भ्रमर |
उत्तर:
मिट्टी | जन्म |
सूर्य | धूप |
पवन | झूला |
चाँद | चाँदनी |
गुंजन | भ्रमर |
उपवन | शोभा |
भाषा-अध्ययन (राव सोलोंनाय)
1. प्रस्तुत कविता में कुछ शब्दों की पुरनुक्ति हुई है। आओ, इनसे बाक्य बनाएँ। (बे खन्थाइयाव खायसे सोदोबा खेबनै खेबनैयै बाहाय जादों, फै बेफोर सोदोबजों बाथ्रा दानि।)
अलग-अलग, रंग-रंग, क्यारी-क्यारी, झूल-झूल
उत्तर: (अ) अलग-अलग: इस सामान को अलग-अलग करके भाग करो।
(आ) रंग-रंग: बाग में रंग-रंग की फूल खिलते हैं।
(इ) क्यारी-क्यारी: हमारा गाव में क्यारी-क्यारी खाने है।
(ई) झूल-झूल: हम एक पवन के पलनों में झूल-झूल कर रहते है।
2. निम्नलिखित शब्दों को शब्द-कोश क्रम से सजाओ: (गाहायाव होनाय सोदोबफोरखौ सोदोब बिहुँ फारिबादियै साजाय।)
सुमन, उपवन, धरती, धूप, खींचना, पवन, किरण, डर, गगन, गुजन, शोभा
उत्तर: उपवन, किरण, खींचना, गगन, गुँजन, डर, धरती, धूप, पवन, शोभा, सुमन।
3. नीचे दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखो। (गाहायाव होनाय सोदोबफोरनि मोननै मोननै एखे ओंथि फोरमायग्रा सोदोब लिर।)
धरती, सूरज, चाँद, उपवन
उत्तर: धरती: पृथ्वी, धरा।
सूरज: रवि, दिवाकर।
चाँद: चन्द्र, रजनी।
उपवन: बाग, बगीचा।
4. ‘क’ खंड के शब्दों के साथ ‘ख’ खंड के विपरीतार्थक शब्दों को मिलाओ और खाली स्थानों में उन्हें भरो। (क खोन्दोनि सोदोबफोरजों ख खोन्दोनि उलथा सोदोबफोरखौ गोरोब हो आरो लांदां जायगाफोरखौ सुफुं।)
क | ख | ………………….. |
धूप | आकास | ………………….. |
धरती | अनेक | ………………….. |
एक | मृत्यु | ………………….. |
जन्म | छाँव | ………………….. |
उत्तर:
क | ख | |
धूप | छाँव | धूप – छाँव |
धरती | आकास | धरती – आकाश |
एक | अनेक | एक – अनेक |
जन्म | मृत्यु | जन्म – मृत्यु |
5. में और पर लगाकर तीन-तीन वाक्य लिखोः (में आरो पर खौ लानानै मोनथाम मोनथामै सोदोब लिर।)
में | पर |
(क) | (क) |
(ख) | (ख) |
(ग) | (ग) |
उत्तर:
में | पर |
(क) अन्दर में कौन-कौन हैं? | (क) फूल पर भौरे है। |
(ख) उपवन में ना-ना रंग के फूल हैं। | (ख) पेड़ पर अनेक चिड़ियाँ हैं। |
(ग) एकता में बल है। | (ग) भगवान पर भरोसा राखो। |
6. अपने आस-पास के हिन्हीं पाँच फूलों और उनके रोंगों के नाम बताओ। (नोंनि खाथि खालायाव थानाय जायखि जाया बारबा बिबारनि मुं आरो बेसोरनि गाबफोरखौ फोरमाय।)
उत्तर:
फूलों का नाम | फूलों का रंग |
गुलाब | लाल, पीला, सफेद |
बेला | पीला |
चमेली | गोरा |
कमल | गुलाबी, सफेद |
गेन्दा | पीला। |
Notes of Class 7 Hindi in Bodo Medium | Bodomedium Class 7 Hindi notes इस पोस्ट में हम आपको ये समझा ने कि कोशिश की है की Bodo Medium Class 7 Hindi Question answer | SEBA Class 7 Hindi Question Answer In Bodo Chapter 9 अगर आप एक bodo सात्र या शिक्षाक हो तो आपके लिए लावदयक हो सकता है।
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