SEBA Class 6 Hindi Chapter 5 in Bodo लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै

SEBA Class 6 Hindi Chapter 5 in Bodo लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै | Lokpriya Gopinath Bordoloi | Class 6 पल्लव भाग – 1 Question Answer in Bodo As Per New Syllabus to each Chapter is provided in the list of SCERT, NCERT, SEBA लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै Class 6 Hindi Chapter 5 Question Answer/Class 6 Hindi Chapter 5 Question Answer दिए गए हैं ताकि आप आसानी से विभिन्न अध्यायों के माध्यम से खोज कर सकें और जरूरतों का चयन कर सकें Notes of SEBA Class 6 Pollob Bhag – 1 Question Answer In Bodo Chapter 5. Class 6 Hindi Solution Chapter 5. covers all the exercise questions in NCERT, SCERT.

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Class 6 Hindi Chapter 5 लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै

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खोन्दो 5 लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै

पाठ 5 लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै

अभ्यास माला (सोंथि फारि)

1. आओ, गोपीनाथ बरदलै के बारे में अपने शब्दों में बताएँ। (फै, गोपीनाथ बरदलैनि सोमोन्दै गावनि रावजों फोरमायनिः)

उत्तरः गोपीनाथ बरदलै असम के प्रथम मुख्य मंत्री थे। उनका जन्म 6 जून, 1890 को नगाँव जिले के रहा में हुआ था। उनके पिता का नाम डॉक्टर बुद्धेश्वर बरदलै और माता का नाम प्राणेश्वरी देवी था। उनकी प्राथमिक शिक्षा रहा में प्रारंभ हुई। वे एक मेधावी छात्र थे। उन्होंने 1907 में गुवाहाटी के काटन काँलेजिएट स्कुल से प्रथम श्रेणी में मैट्रिक की परीक्षा पास की। उसके बाद काँटन काँलेज से आई.ए. की परीक्षा पास की। उच्च शिक्षा के लिए वे कोलकाता गए। वहाँ से उन्होंने बी.ए., एम.ए. और वकालत की डिग्रियाँ प्राप्त की।

‘गोपीनाथ बरदलै जी एक अच्छे, गायक और खिलाड़ी थे। महात्मा गांधी के आहवान पर वे स्वाधीनता आन्दोलन में कूद पड़े थे और उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा था।

बरदलै जी के साहित्य में भी रुचि था। जेल में ही उन्होंने ‘श्रीरामचंन्द्र’ ‘बुद्धदेव’ ‘हजरत महम्मद’ आदि जीवनी ग्रंथों की रचना की। उनके द्वारा रचित अन्य दो ग्रन्थ हैं – ‘महात्मा गान्धी’ और ‘अनासक्ति योग’

बरदलै जी हमेशा असम वासियों की भलाई के लिए काम करते थे। 3 नवंबर 1938 को गुवाहाटी में असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना की थी। उनके प्रयास से सन 1999 में उन्हे मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ उपाधि सन्मानित किया।

(गोपीनाथ बरदलैआ आसामनि गिबि गिबि मन्थ्रि मोन। बिथांनि जोनोमा 6 जुन 1890 आव नगाँव जिालनि रहायाव जादोंमोन। बिथांनि बिफानि मुङा डाक्टर बुद्धेश्वर बरदलै आरो बिमानि मुङा प्रानेश्वरी देबीमोन। बिथाङा सासे मेलेमगोनां फरायसामोन। बिथाङा 1907 मायथाइयाव गुवाहाटी कटन कलेजियेट फरायसानिफ्राय सेथि थाखोआव मेट्रिक पास खालामदोंमोन। गोजौ सोलोंथाइनि थाखाय कलकाटायाव थांदोंमोन। बेनिफ्राय बिथाङा बि. ए., एम. ए. आरो उकालतिनि डिग्री लादोंमोन।

गोपीनाथ बरदलै गेदेमाया सासे मोजां देंखोगिरि आरो गेलेग्रामोन। महात्मा गान्धीनि हांख्रायनायाव बिथांङा उदांस्रि सोमावसारनायाव बारसोमदोंमोन आरो गोबां बार जोबथेसालियाव थांनांगौ जादोंमोन।

बरदलै बिथाङा थुनलाइयावबो रुसि दंमोन। जोबथेसांलियावनो बिथाङा श्रीरामचन्द्र, बुद्धदेब, हजरत महम्मद आरि जिउखौरां बिजाब रनसायदोंमोन। बिथाङा लिरनाय गुबुन गांनै बिजाबा जाबाय- “महात्मा गान्धी” आरो “अनशक्ति योग।”

बरदलै बिथाङा जेब्लाबो आसामनि मोजांनि थाखाय खामानि मावदोंमोन। 3 नबेम्बरनि 1938 मायथायाव गुवाहाटीयाव असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिटिखौ गायसंदोंमोन। बिथांनि नाजानायाव 1948 मायथायाव गुवाहाटी बुहुम फरायसालि गायसंनाय जादोंमोन।

5 आगष्ट 1950 मायथायाव बिथाङा जिउ गारदोंमोन। भारत सरकारा 1999 मायथायाव बिथांनि थैनायनि उनाव भारत रत्न बिमुंजों सन्मान होदोंमोन।

2. पूर्ण वाक्य में उत्तर दो: (आबुं बाथ्राजों फिन्नाय हो:)

(क) पाठ में किस महान व्यक्ति का उल्लेख हुआ है? (आयदायाव सोर गिदिर मानसिनि सोमोन्दै बुंनाय जादों?)

उत्तरः इस पाठ में एक महान व्यक्ति गोपीनाथ बरदलैजी का उल्लेख हुआ है।

(ख) बरदलै जी की प्राथमिक शिक्षा कहाँ प्रारंभ हुई? (बरदलै बिथांनि गिबि सोलोंथाया मबेयाव जागायदोंमोन?)

उत्तरः बरदलैजी की प्राथमिक शिक्षा रहा में प्रारंभ हुई।

(ग) गुवाहाटी विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई? (गुवाहाटी बुहुमफरायसालिनि गायसनथाया माब्ला जाहोंमोन?)

उत्तरः सन् 1948 में गुवाहाटी विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।

3. पाठ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो: (आयदानि फारिनि होनाय सोंनाय फारिखौ फिन्नाय लिर:)

(क) बरदलै जी का जन्म कब और कहाँ हुआ था? (बरदलै बिथांनि जोनोमआ माब्ला आरो बहा जादोंमोन?)

उत्तरः बरदलै जी का जन्म 6 जून, 1890 को नगाँव जिले के रहा में हुआ था।

(ख) उनके माता-पिता के नाम लिखो। (बिथांनि बिमा-बिफानि मुंखौ लिर।)

उत्तर: उनके पिता का नाम डॉक्टर बुद्धेश्वर बरदलै और माता का नाम प्राणेश्वरी देवी था। (बिथांनि बिफानि मुङा डाँक्टर बुद्धेश्वर बरदलै आरो बिमानि मुङा प्राणेश्वरी देवी मोन।)

(ग) बरदलै जी द्वारा रचित किन्ही दो ग्रंथों के नाम लिखो: (बरदलै बिथाङा लिरनाय जायखि-जाया गांनै लायसिनि मुं लिर।)

उत्तरः बरदलै द्वारा रचित ग्रंथों के नाम – ‘महात्मा गांधी’ और ‘अनाशक्ति योग’।

(घ) असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना कब हुई और इसके प्रथम अध्यक्ष कौन थे? (असम राष्ट्रभाषा प्रचार समितिनि गायसनथाया माब्ला जानाय आरो बिनि गिबि गोरा-गाहाया सोरमोन?)

उत्तरः असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना 3 नंवबर, 1938 को हुई और इसके प्रथम अध्यक्ष गोपीनाथ बरदलै जी थे।

(ङ) बरदलै जी को भारत सरकार ने किस उपाधि से सन्मानित क्यिा? (बरदलै बिथांखौ भारत सरकारा मा उपाधि जों सन्मान होदोंमोन?)

उत्तरः बरदलै जी की भारत सरकार ने ‘भारत रत्न’ उपाधि से सन्मानित क्यिा।

4. असम में अनेक स्वाधीनता सेनानी हुए। नीचे कुछ तस्वीरें दी गई हैं। शिक्षक की सहायता से कक्षा में इनके बारे में चर्चा करो। (आसामाव गोबां उदांश्री सिपाही जोनोम जादोंमोन। खाथियाव बिसोरनि गंबेसे सावगारि होनाय जादों। फोरोंगिरिनि हेफाजाबै बिसोरनि सोमोन्द सावराय।)

उत्तरः चंद्रप्रभा शइकियानी: चंद्रप्रभा शइकियानी का जन्म 16 मर्च, 1901 को बरपेटा जिले के दै शिङार गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम रातिराम मजुमदार और माता का गंगापुरिया था।

चन्द्रप्रभा शइकियानी अपनी मौसी के घर में रहकर प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी। प्राथमिक शिक्षा समाप्त होने के बाद वह अपना धर वापस आई। घर आते ही वह गाँव के दुसरी लड़कियों की शिक्षा के बारे में सोचने लगी।

अपनी पुत्री की हालत देखकर पिता रातिराम ने एक विद्यालय की स्थापना कर दी। वह घर-घर जाकर लड़कियों को इकट्ठा करके पाठदान का शुरुवाद कर दिया।

शइकियानी स्त्री शिक्षा के लिए अशेष कोशिश की थी। वह स्त्रियों को घर से बाहर कर समाज तक लाने की कोशिश हरदम की थी। महिला के लिए वह महिला समिति भी स्थापना की। वह स्वाधीनता संग्राम में सक्रिया शिक्षा भी ली थी। 16 मर्च, 1972 को उनका मृत्यु हुई थी।

(चन्द्रप्रभा शइकीयानि जोनोमा 16 मार्च, 1901 मायथायाव बरपेटा जिलानि दैशिङार गामियाव जादोंमोन।

चन्द्रप्रभा शइकीयानीया गावनि बिमादैनि न’आव थानानै गुदि सोलोंथाइखौ लादोंमोन। गुदि सोलोंथाइखौ फोजोबनायनि उनाव लादोंमोन। गुदि सोलोंथाइखौ फोजोबनायनि उनाव बियो गावनि न’आव गिदिंना फैफिनदोंमोन। न’आव फैग्रोमोननाय लोगो लोगो बियो गुबुन हिन्जावसाफोरनि सोलोंथाइनि सोमोन्दै साननो हमो।

गावनि फिसाजोनि हाल-सालखौ नुनानै बिफा रातिरामा गंसे फरायसालि गायसंना होयो। बियो न’ न’ हिन्जावसाफोरखौ ज’ खालामनानै फोरोंनो हमो। शइकीयानीया आइजो सोलोंथाइनि थाखाय गोबां नाजादोंमोन। बियो आइजोफोरखौ न ‘निफ्राय दिहुननानै समाजसिम लाबोनो नाजायो। आइजोफोरनि थाखाय बिथाङा आइजो समितिबो गायसङो। बिथाङा उदांस्रि दावहायाव मावथि बिफावबो लादोंमोन।

5. एक-एक शब्द लिखो (वृत्त से चुन कर): (मोनसे-मोनसे सोदोब लिर, (बेंखनाव होनायनिफ्राय बासिनानैः)

उत्तरः गाना गाने वाला = गायक।

खेल खेलने वाला = खिलाड़ी।

सेवा करने वाला = सेविका।

वकालत करने वाला = वकील।

हित चाहने वाला = हितैषी।

लोगों में प्रिय = लोकप्रिय।

6. इन वर्णो से बनने वाले एक-एक शब्द लिखो: (बै हांखोजों बानायनाय मोनसे-मोनसे शोदोब लिर:)

ख – खरगोश, _________

द – दवा, _________

घ – घर, ________

ध – धरती, ________

छ – छाता, ________

प – पिता, ________

फ – फल, ________

य – यमुना, ________

व – वकील, ________

उत्तरः ख – खरगोश, खतमल

द – दवा, दवात

घ – घर घटना

ध – धरती, धरणी

छ – छाता, छात्र

प – पिता, पिहार

फ – फल, फकीर

य – यमुना, यकीन

व – वकील, वकालत।

7. इन्हें पहचानों और याद करो: (बेफोरखौ सिनाय आरो गोसोआव लाः)

झ   श   ह   क्ष   त्र   ज्ञ

8. वृत में आए वणों से शब्दो को देखो और पढ़ो: (बेंखनआव थानाय हांखोफोरखौ जथायनाय शोदोबफोरखौ नाय आरो फरायः)

9. आओ, व्यंजन बणों को क्रम से पढ़े: (फै, गारां हांखोफोरखौ फारियै फरायनि:)

10. आओ, पहचाने और बताएँ:  (फै, सिनायनि आरो खोनथानि:)

ग ख क       ण न द        भ ध षश ङ झ ञ   थ ध त प     म ह क्ष त्रच झ छ ट    ढ़ ब व स     ड ड़ य क्षढ ज           फ र           ढ ल

11. आओ, सही वणों से नीचे के चौखटों को भरें: (फै, थार हांखोजों खाथिनि टेवलखौ आबुं खालामनि:)

उत्तर: 

12. आओ, वर्णो के मेल के बारेमें जानें, और खाली जगहों में लिखें। (फै, हांखो-हालानि गोरोबनायनि सोमोन्दै मिथिना लानि, सोलोंनि आरो लांदां जायगाफोराव लिरनि।)

उत्तर:

क्या, वाक्यपक्का, अक्कल।
अच्छा, मच्छरबच्चा, कच्चा।
प्लावन, विप्लवखट्टा, छुट्टी।
पुस्तक, रास्ताउत्तर, सत्तर।
स्थान, प्रस्थानगन्न, पन्ना।
संकल्प, कल्पनाचप्पल, गप्प।
शब्द, अब्दसम्मान, सम्मानीय।
बिल्ली, दिल्लीरस्सी, गुस्सा।

13. इन्हें ऐसे भी लिखा जाता है, ध्यान से देखो और समझो: (बैफोरखौ बैबादिबो लिरनाय जायो, गोसो होना नाय आरो बुजिनो नाजा:)

ङ + क = ङ्कअंक / अङ्क
ञ + च = ञ्चअंचल / अञ्चल
ण + ड = ण्डझंडा / झण्डा
द + द = द्ददद / उद्देश्य / उददेश्य
द + व = द्वदव / विद्वान / विदवान
द + ध = द्धदंध / प्रसिद्ध / प्रसिदध
न + ट = न्टअंट / अन्ट
म + प = म्पकंप / कम्प
ड + ड = ड्डडड / डड अड्डा / अडडा
ट + ट = ट्टखट्ट / खट्टा

14. इन्हे ध्यान से देखो और याद करो: (बेफोरखौ गोसो होना नाय आरो गोसोआव ला:)

क + र = क्र → क्रम शुक्रिया

ग + र = ग्र → ग्रंथ, अग्र

भ + र = भ्र → भ्रम, अभ्र

श + र = श्र → श्रम, श्री

र + ज = र्ज → दर्जा, अर्जुन

र + प = र्प → सर्प, दर्प

र + च = र्च → अर्चना, मिर्च

र + त = र्त → रार्त, मूर्ति।

15. आऔ, जाने और शब्द लिखे: (फै, मिथिनि आरो सोदोब लिरनि:)

क + ष = क्ष → क्षमा, क्षत्रिय _______, _______

उत्तरः क + ष = क्ष → क्षमा, क्षत्रिय, परीक्षा, दीक्षा।

त + र = त्र → पत्र, चित्र _______, ________

उत्तरः त + र = त्र → पत्र, चित्र, चरित्र, गीत्र, मीत्र।

ज + ञ = ज्ञ → ज्ञान, पज्ञा _______, _______

उत्तरः ज + ञ = ज्ञ → ज्ञान, पज्ञा, विज्ञान, अक्षान।

16. इन्हे पढ़ो और समझो: (बेफोरखौ फराय आरो बुजिना ला:)

इंसअंकपंखरंगसंग
अंगुरलंगुरजंगलमंगलचंदामामा
बाँससाँसदाँतचाँदगाँव
पाँवकुआँइंसमुखधुआँबकरियाँ

17. आऔ पाठ में आए कुछ शब्दों के अर्थ जाने: (फै, आयदानि इसे सोदोब ओंथि मिथिनि:)

परेशान → हैरान, व्याकुल (सिन्ता)

स्वाधीनता → आजादी (उदांश्री)

कूद पड़ना → शामिल होना, लाफ मारना (लोगोजानाय)

बैवाहिक → विवाह संबंधी (हाबाजानाय सोमोन्दै)

कन्या → बेटी, पुत्री (फिसाजो)

स्थापन → नीवं डालन (गायसननाय)

मरणोपरांत → मूत्य के बाद (थैनायनि उनाव)

भलाई → उपकार (मोजांखामानि)

अध्यक्ष → सभापति (आफादगिरि।)

Class 6 Hindi Question Answer

Chapter No.CONTENTS
Chapter 1हम होंगे कामयाब
Chapter – 2स्वर-माला
Chapter – 3धैर्य का पाठ (जातक-कथा)
Chapter – 4धरती माता का पत्र
Chapter – 5लोकप्रिय गोपीनाथ बरदलै
Chapter – 6आओ गिनती करें
Chapter – 7गाँव की सैर
Chapter – 8हिंद देश के निवासी
Chapter – 9चलो, तेजपुर चलें
Chapter – 10बाघ और बटोही
Chapter – 11प्रकृति का संदेश
Chapter – 12अभ्यास की महिमा
Chapter – 12 (ii)गेदेमा आइजो हेलेन केलार
Chapter – 13मन के जीते जीत
Chapter – 13 (ii)लांवदुम सेंगोरा
Chapter – 14मैं सबसे छोटी होऊँ
Chapter – 14 (ii)मिथिंगाजों गेलेनि फै
Chapter – 15होली आई रे
Chapter – 15 (ii)आबैखौ आं माबोरै फरायनो फोरोंखो
Chapter – 16खेल और सेहत

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Note- यदि आपको इस Chapter मे कुछ भी गलतीया मिले तो हामे बताये या खुद सुधार कर पढे धन्यवाद

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